Breaking News
मुंबई : मानसून में भारी बारिश के दौरान रेलवे की प्रणाली के साथ ही लोकल ट्रेनों को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में बारिश के दौरान मुसीबत से निपटने के लिए रेलवे निरीक्षण करती है। बरसात के पानी के प्रवाह के लिए अतिरिक्त जलमार्गों के निर्माण के साथ-साथ यांत्रिक, सिग्नलिंग, विद्युत संपत्ति और उपकरणों का उचित रखरखाव और मरम्मत भी शामिल हैं। पश्चिम रेलवे और मध्य रेल के महाप्रबंधक आलोक वंâसल के अनुसार ‘हमारा मिशन मानसून के दौरान ट्रेन सेवाओं को न्यूनतम व्यवधान के साथ चलाना और हमारे यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना है।’ माना जा रहा है कि रेलवे के निरीक्षण से लोकल का लोचा खत्म हो जाएगा।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्वâ अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार रेलवे ने विभिन्न रेलवे प्रतिष्ठानों जैसे ओवरहेड उपकरणों, सिगनलिंग और दूरसंचार से संबंधित इंप्रâास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रॉनिक और विद्युत प्रतिष्ठानों आदि के रखरखाव का काम बड़े पैमाने पर किया है। निचले इलाकों में १५ चिह्नित स्थानों पर ट्रैक और ओएचई को १०० मिमी से २५० मिमी तक ऊपर उठाया गया। इससे भारी वर्षा के दौरान हाई टाइड आने की स्थिति में ट्रैकों पर अत्यधिक जल-जमाव की संभावना को टाला जा सकेगा।
ठाकुर ने बताया कि रेलवे और मनपा के अधिकारियों द्वारा किए गए संयुक्त सर्वेक्षण के बाद रेलवे ट्रैक और अन्य ओवर हेड इंस्टॉलेशनों के आस-पास के पेड़ों को हटा दिया गया है। गर्डर पुलों पर ओएचई और ओएचई मास्ट के अर्थ रेजिस्टेंस की भी पूरी तरह से जांचा गया है। इसके अतिरिक्त, बारिश के कारण पॉइंट और सिग्नल पेâलियर को कम करने के लिए रेलवे ने कुछ बदलाव किए हैं। मानसून की शुरुआत से पहले विभिन्न सिग्नलिंग गियर और उपकरणों की सभी आवश्यक मरम्मत की और बदले जानेवाले उपकरणों को रिप्लेस किया गया।
रिपोर्टर